रायपुर। बारिश का मौसम जहां लोगों को राहत और ठंडक देता है, वहीं बुजुर्गों और कुछ खास उम्र के लोगों के लिए जोड़ों के दर्द की समस्या को बढ़ा देता है। मौसम में आने वाली नमी और तापमान में गिरावट के कारण जोड़ों की अकड़न और सूजन अधिक महसूस होती है, खासकर घुटनों, पीठ, कंधों और उंगलियों में।
बारिश में जोड़ों के दर्द का कारण क्यों?
वायुमंडलीय दाब कम होने से जोड़ प्रभावित होते हैं
शरीर की मांसपेशियों में सिहरन और जकड़न
नमी से नसों और हड्डियों में सूजन बढ़ती है
रानी चोटें या गठिया रोग (Arthritis) वाले लोगों में दर्द अधिक होता है
जोड़ों के दर्द से बचने के आसान उपाय:
गर्म पानी से सेंक (Hot Water Compress):
रोजाना सुबह-शाम प्रभावित हिस्से को गरम पानी से सेंकने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
हल्का व्यायाम और स्ट्रेचिंग:
बारिश में बहुत ज्यादा न चलें, लेकिन शरीर को पूरी तरह निष्क्रिय भी न रखें। हल्की कसरत से जोड़ों में रक्त प्रवाह बना रहता है।
गर्म तिल या सरसों के तेल से मालिश:
तेल मालिश से न सिर्फ दर्द में राहत मिलती है बल्कि जोड़ लचीले भी बने रहते हैं।
हल्दी-दूध का सेवन:
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रोज रात हल्दी वाला गर्म दूध पीने से जोड़ मजबूत होते हैं।
विटामिन D और कैल्शियम युक्त आहार लें:
धूप न मिलने से शरीर में विटामिन D की कमी हो सकती है, जिससे हड्डियाँ कमजोर होती हैं। इसके लिए उचित सप्लिमेंट लें या धूप में कुछ देर जरूर बैठें।
ठंडी जगहों से बचें:
AC या ठंडी सतह पर बैठने से बचें। गर्म कपड़े पहनें और पैरों को ढंककर रखें।
विशेष सलाह:
यदि जोड़ों का दर्द असहनीय हो रहा है, या सूजन बढ़ रही है, तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। खुद से पेन किलर लेना हानिकारक हो सकता है।