बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ में न्यायिक अधोसंरचना को मजबूती प्रदान करते हुए माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा ने आज बिल्हा तहसील (जिला बिलासपुर) में नवीन सिविल कोर्ट भवन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति श्री नरेश कुमार चंद्रवंशी, न्यायमूर्ति श्री नरेंद्र कुमार व्यास, न्यायमूर्ति श्री रविंद्र कुमार अग्रवाल एवं न्यायमूर्ति श्री अरविंद कुमार वर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा ने कहा कि न्याय की प्रभावी पहुंच आमजन तक सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक और सशक्त अधोसंरचना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में न्यायिक भवनों का विकास प्राथमिकता पर है जिससे आम जनता को सरल, त्वरित और सुलभ न्याय मिल सके।
उन्होंने बिल्हा के इस नवीन भवन की सराहना करते हुए कहा कि इसमें डिजिटल कोर्ट, आधुनिक वकील कक्ष, प्रतीक्षालय, शिशु देखभाल कक्ष, सुरक्षित बंदीगृह, एटीएम, अस्पताल जैसी अनेक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो इसे अन्य जिला न्यायालयों के लिए एक आदर्श बना देती हैं।
👉 न्याय की शीघ्रता और गुणवत्ता बढ़ेगी
मुख्य न्यायाधिपति ने निर्देश दिया कि इस आधुनिक भवन और सुविधाओं का उपयोग करते हुए न्यायिक प्रक्रिया को अधिक सुगम और पारदर्शी बनाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी इस अधोसंरचना का समुचित उपयोग करते हुए नागरिकों को गुणवत्तायुक्त न्याय प्रदान करें।
🌱 वृक्षारोपण और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बिलासपुर के स्वागत भाषण से हुई तथा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुआ। कार्यक्रम उपरांत न्यायालय प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के महाधिवक्ता, रजिस्ट्रार जनरल, सभी न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्ता संघों के अध्यक्ष, संभागायुक्त, डीएम, एसपी सहित कई प्रशासनिक अधिकारी, वकील और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।